सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार से तौबा नहीं कर रहे हैं प्रशासनिक अधिकारी शिवपुरी / जि...
सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार से तौबा नहीं कर रहे हैं प्रशासनिक अधिकारी
शिवपुरी / जिला मुख्यालय के सरकारी कार्यालयों में प्रशासन के अधिकारी भ्रष्टाचार करने से तौबा नहीं कर रहे है यहां एक नहीं कई सरकारी विभागों में सरकार की योजनाओं में जमकर
भ्रष्टाचार किया जा रहा है जिसका जीता जागता उदाहरण शिवपुरी रेलवे क्रॉसिंग पर करोड़ों रुपए की लागत से बन रहे नवनिर्मित ओवरब्रिज का घटिया निर्माण के चलते एक हिस्सा गिर जाना है एक तरफ क्षेत्र के सांसद सिंधिया
भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं और वह शिवपुरी को भ्रष्टाचार मुक्त करना चाहते हैं ऐसे में प्रशासन के
अधिकारी और अधिक भ्रष्टाचार करने में लगे हुए हैं शिवपुरी में इससे पहले आर ई एस विभाग में निर्माण कार्यों में करोड़ों रुपए का घोटाला सामने आ गया है और उस घोटाले को लेकर विभाग के जिलाधिकारी श्रीवास्तव को ग्वालियर संभाग आयुक्त से नोटिस भी मिला था जिसका जवाब जिलाधिकारी श्रीवास्तव को 15 दिवस के भीतर देना था लेकिन पूरा का पूरा मामला दवा दिया गया इसके बाद पीडब्ल्यूडी विभाग मैं करोड़ों का घोटाला सामने आया उस घोटाले को भी जांच की बात कहकर ठंडे बस्ते में डाल दिया इस घोटाले के बाद शिक्षा विभाग में करोड़ों का घोटाला सामने आया इस घोटाले को भी जांच की बात कह कर दबा दिया गया इसके बाद प्रशासन के पूर्व अधिकारी एसडीएम उमेश कौरव को भ्रष्टाचार के चलते एसडीएम के पद से हटा दिया इतना ही नहीं भ्रष्टाचार के चलते कृषि उपज मंडी में नाकेदार से मंडी सचिव बने विश्वनाथ जाटव को भ्रष्टाचार के चलते मंडी सचिव के पद से हटा दिया है इस जिले में भ्रष्टाचार इस कारण भी बढ़ रहा है क्योंकि जिले में प्रशासनिक अधिकारी कई सालों से जमे हैं और सरकारी विभागों में कर्मचारी भी कई वर्षों से जमे हुए हैं जिले के जल संसाधन विभाग में जिलाधिकारी के पद पर विनोद शर्मा है जो की पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त हैं जिले के उद्यान की विभाग में बीएम मिश्रा है जो की सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार कर रहे हैं जिले के कृषि विभाग में यूएस तोमर है जो कि पिछले लंबे समय से शिवपुरी में जमे हुए हैं और विभाग में भ्रष्टाचार से तौबा नहीं कर रहे हैं जिले के सड़क विभाग में श्री चौहान है जो कि पिछले कई सालों से विभाग को कैसे चला रहे हैं इसकी जानकारी किसी को नहीं है इसके अलावा खनिज विभाग में जमकर भ्रष्टाचार है जिले के आबकारी विभाग में जमकर भ्रष्टाचार है जिले के पशु चिकित्सालय विभाग में जमकर भ्रष्टाचार है इसके अलावा भी और कई सरकारी विभाग ऐसे है जिनमें जिला अधिकारी सरकारी योजनाओं में जमकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं यहां बता दें कि जिला पंचायत और जनपद पंचायत में भी जमकर भ्रष्टाचार है भ्रष्टाचार का जीता जागता उदाहरण सरकार की मनरेगा योजना है जो पूरी तरह से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है यहां बताना होगा कि आने वाली 18 जून को प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का कोलारस विधानसभा में दौरा कार्यक्रम तय हो गया है जिले का प्रशासन और जिले के जनप्रतिनिधि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की तैयारी भी कर रहे हैं अब देखना होगा कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में जनता की शिकायत पर जिले के किन किन भ्रष्टाचार अधिकारियों के खिलाफ गाज गिरती है
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