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मुख्यमंत्री ने किया वर्चुअल संबोधन

प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का महा पर्व गोवर्धन पूजा- मुख्यमंत्री श्री चौहान मुख्यमंत्री ने किया वर्चुअल सम्बोंधन श्योपुर/ प्रदेश के मुख्यमंत्...











प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का महा पर्व गोवर्धन पूजा- मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री ने किया वर्चुअल सम्बोंधन

श्योपुर/

प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज भोपाल के राजा भोज हॉल कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कर्न्वेशन सेंटर से वर्चुअल माध्यम से प्रकृति के प्रति कृतज्ञता के महा उत्सव मनाने एवं पर्यावरण की सुरक्षा हेतु प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण एवं संवर्धन करने हेतु गोवर्धन पूजा के अवसर पर सम्बांेधित करते हुए कहा कि प्रकृति बिना कुछ ज्यादा चाहे, हमे स्वच्छ हवा, निर्मल नीर आदि प्रदान करता है। हम सब की जिम्मेदारी है कि प्रकृति में संतुलन बनाए रखने के लिए प्राकृतिक संसाधनों का बेहतर से बेहतर एवं संतुलित उपयोग करें तथा प्राकृतिक संतुलन बनाने के लिए हर पंचायतों में मिलकर पेड़ लगाए एक व्यक्ति एक पेड़ लगाये, साथ ही उसकी देखभाल भी करें। उन्होंने कहा कि गोवर्धन महा उत्सव को महा पर्व के रूप में मनाकर हम प्रकृति के प्रति अपना सम्मान प्रकट कर सकते है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों,स्वय सेवी संस्थाओं, जन अभियान परिषद से जुडे लोग, प्रस्फुटन समिति के सदस्यों नवांकूर संस्था, स्वैच्छिक संस्थाओं एवं पर्यावरण विद, मेंटर परामर्शदाताओं तथा उन्नत कृषकों का सहयोग एवं सहभागिता आवश्यक है। यदि हम सब मिलकर प्राकृतिक संतुलन के लिए सच्चे मन से प्रयास करेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी। मुख्यमंत्री ने प्रकृति के पर्यावरण के संरक्षण हेतु सोलर बिजली का उपयोग बढाने प्रदेश के 16 शहरांे में ग्रीन सिटी इंडेक्स बनाने, पेड़ लगाने, गौवंश का संरक्षण, इलेक्ट्रॉनिक वाहनों की संख्या बढाने, गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने, चारागाह बनाने, प्राकृतिक खेती पर जोर देने, बिजली एवं पानी बचाने हेतु समाज के सभी लोगों को मिलकर सामूहिक प्रयास करने हेतु संकल्प भी दिलाया। इस मौके पर पर्यावरण विद स्वामी गौरांग दास ने भी श्रीमद् भगवत में वर्णित गौवर्धन पूजा के बारे में अपने विचार व्यक्त किये। यह कार्यक्रम पर्यावरण नियोजन एवं संगठन एप्को तथा जन अभियान परिषद के सौजन्य से आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर ग्रीन सिटी इंडेक्स का शुभारंभ भी किया। 

इस कार्यक्रम के दौरान एनआईसी कक्ष श्योपुर में कलेक्टर श्री शिवम वर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र जाट, पूर्व विधायक श्री दुर्गालाल विजय, अपर कलेक्टर श्री टीएन सिंह, मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के संभाग समन्वयक श्री धर्मेंद्र सिंह सिसोदिया, जिला समन्वयक श्रीमती नेहा सिंह, नवांकुर संस्था प्रतिनिधि श्री गिर्राज किशोर शर्मा, श्री धनजीत मीणा, श्री दिनेश मीणा, श्री अविनाश माहौर, समाजसेवी श्री राम अवतार शर्मा, श्री आदित्य चौहान, पर्यावरण के क्षेत्र में जिले को गौरवान्वित कर चुके ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति बासौद से श्री जयराम मीणा एवं नवांकुर संस्थाओं के प्रतिनिधि प्रस्फुटन समितियों के सदस्य उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री के वर्चुअल सम्बोधन को स्थानीय एनआईसी कक्ष में देखा एवं सुना गया। इसके अलावा उक्त कार्यक्रम का सीधा प्रसारण कृषि उपज मंडी श्योपुर, जिसमें कृषकगण तथा कृषि उपज मंडी के अधिकारी तथा कृषक जनप्रतिनिधि आदि उपस्थित रहें। कृषि विज्ञान केन्द्र बडौदा में उक्त कार्यक्रम के लाइव प्रसारण के दौरान वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ कायम सिंह सहित कृषकगण एवं कृषक स्वसहायता समूह से जुडी महिलाएं उपस्थित रहे 

गोपाल गौशाला में गौवंर्धन पूजा का आयोजन 

श्योपुर/

पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा गोपाल गौशाला में गोवंर्धन पूजा एवं गौधन की पूजा के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर गौ संवर्धन बोर्ड के जिला उपाध्यक्ष एवं विश्व हिन्दू परिषद के जिला अध्यक्ष श्री हरेन्द्र सिंह राजावत, विश्व हिन्दू परिषद की प्रांतीय संयोजिका श्रीमती अनिता सिकरवार, विश्व हिन्दू परिषद के सहमंत्री श्री दीपक गर्ग एवं श्री प्रेमप्रकाश शर्मा, मातृ शक्ति की जिला संयोजिका श्रीमती रतना जादौन एवं बाल संस्कार की प्रमुख सुश्री रवीना शर्मा द्वारा गोवर्धन की पूजा की गई एवं गौपूजन किया गया। इस अवसर पर दूध से गायों के पैर धुलवाये गये तथा गुड एवं चने की दाल सहित हरा चारा खिलाया गया। इस अवसर पर उपसंचालक पशु चिकित्सा डॉ सुभाषबाबू दौहरे एवं अन्य विभागीय अधिकारी, कर्मचारी तथा गौशाला से जुडे सदस्य उपस्थित रहे 

हाई स्कूल में तीन विषय चयन करना होगा

श्योपुर,/

माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा शिक्षण-सत्र 2022-23 की हाई स्कूल परीक्षा के लिए विद्यार्थी को निर्धारित भाषा विषयों में से कोई तीन विषय का चयन करना होगा। नेशनल स्किल क्वालीफिकेशन फ्रेमवर्क विषय का चयन करने वाले विद्यार्थियों को निर्धारित भाषा विषयों में से कोई दो भाषा विषय का चयन करना होगा। चिल्ड्रन विथ स्पेशल नीड के विद्यार्थी गणित अथवा विज्ञान के स्थान पर चित्रकला अथवा गायन वादन अथवा तबला पखावज अथवा कंप्यूटर विषय में से कोई एक विषय ले सकेंगे। साथ ही ऐसे परीक्षार्थियों को तीन भाषा विषय में से दो भाषा विषय में छूट प्रदान की गई है।

ऐसे परीक्षार्थी किसी एक भाषा विषय का चयन कर सकेंगे। इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थाओं में नियमित प्रवेश के लिए प्रवेश संबंधी मार्गदर्शिका पुस्तिका भी जारी की गई है।

केंद्रीय मंत्री श्री तोमर की सह अध्यक्षता में कृषि- वानिकी के संबंध में 7वीं आसियानदृभारत मंत्री स्तरीय बैठक आयोजित

जनस्वा स्य्री  व पोषण के लिए पोषक-अनाज के उत्पा दों को बढ़ावा देगा भारत- श्री तोमर

कृषि विकास के लिए आसियान देशों के साथ परस्पर घनिष्ठ क्षेत्रीय सहयोग पर भारत का जोर

श्योपुर,/

कृषि एवं वानिकी के संबंध में 7वीं आसियानदृभारत मंत्री स्तरीय बैठक (एआईएमएमएएफ) आज वर्चुअल रूप से आयोजित की गई। बैठक की सह अध्यक्षता केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने की। बैठक में ब्रुनेई दारुस्सलाम, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओ पी डी आर, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम के कृषि मंत्रियों ने भी भाग लिया।

केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने बैठक के दौरान अपने प्रारंभिक संबोधन में, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के उस विज़न को दोहराया, जिसमें भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी में आसियान को केंद्र बिंदु में रखा गया है तथा उन्होंने क्षेत्र में टिकाऊ एवं समावेशी विकास सुनिश्चित करने हेतु, कृषि विकास के लिए आसियान के साथ परस्पर घनिष्ठ क्षेत्रीय सहयोग पर जोर दिया। श्री तोमर ने पोषक खाद्य के रूप में मिलेट (पोषक-अनाज) तथा अंतरराष्ट्रीय पोषक-अनाज वर्ष 2023 के महत्व का उल्लेख करते हुए आसियान सदस्य देशों से आग्रह किया कि वे मिलेट के उत्पादन, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन एवं उपभोग को बढ़ाने में भारत के प्रयासों में सहयोग करें। श्री तोमर ने कहा कि लोगों के स्वांस्य्पो  और पोषण के लिए पोषक-अनाज के उत्पोदों को भारत बढ़ावा देगा। पोषक-अनाज पौष्टिक, कम संसाधन आवश्यरकता वाले व अधिक अनुकूल कृषि-खाद्य प्रणालियों के सृजन में सहायक होते हैं। 

बैठक में, आसियान-भारत सहयोग की मध्यावधि कार्ययोजना (वर्ष 2021-2025) के तहत विभिन्न कार्यक्रमों तथा गतिविधियों के कार्यान्वयन की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में आसियानदृभारत संबंधों की 30वीं वर्षगांठ का भी स्वागत किया गया। बैठक में, कृषि एवं वानिकी में आसियान-भारत सहयोग की प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई। बैठक में कहा गया कि आसियान और भारत में सुरक्षित तथा पौष्टिक कृषि उत्पादों का निर्बाध प्रवाह सुनिश्चित करके कोविड-19 महामारी के अभूतपूर्व असर को समाप्त करने के लिए, महामारी के बाद किए जाने वाले रिकवरी उपायों के कार्यान्वयन हेतु आसियान-भारत सहयोग के तहत निरंतर उपाय करना आवश्यक है। केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने खाद्य सुरक्षा, पोषण, जलवायु परिवर्तन अनुकूलन, डिजिटल कृषि, प्रकृति-हितैषी कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, वैल्यू चेन, कृषि विपणन व क्षमता निर्माण में आसियान के साथ भारत के सहयोग को बढ़ाने में प्रतिबद्धता जताई।

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