अवैध खनिज पर परिवहन करते वांछित 3 अभियुक्त चढ़े पुलिस के हत्थे, अभियुक्त के पास से मध्य प्रदेश राज्य की निर्गत हुई परमिट बरामद जिला संवाददा...
अवैध खनिज पर परिवहन करते वांछित 3 अभियुक्त चढ़े पुलिस के हत्थे, अभियुक्त के पास से मध्य प्रदेश राज्य की निर्गत हुई परमिट बरामद
जिला संवाददाता कामेश्वर विश्वकर्मा
चोपन पुलिस टीम को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी जब मध्य प्रदेश राज्य से निर्गत की गई परमिट पर उत्तर प्रदेश राज्य में अवैध खनिज पर परिवहन करते पाई गई। इस सम्बन्ध में चोपन थाने पर पहले से ही पंजीकृत अभियोग में से वांछित 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।
अभियुक्तों के खिलाफ चोपन थाने पर पंजीकृत मु0अ0सं0-75/2024 धारा-379, 411, 420, 468, 120बी भादवि व 4/21 खान एवं खनिज विकास एवं विनियमन अधिनियम में वांछित अभियुक्त गण 1. वाहन चालक रामनरेश यादव पुत्र दशरथ यादव निवासी बेलखडा थाना अहरौरा जनपद- मीरजापुर, 2. मकरध्वज पुत्र महावीर निवासी सुकृत थाना- राबर्ट्सगंज जनपद सोनभद्र, 3. चन्द्रेश पुत्र राजेश निवासी टिसौरा थाना चोलापुर जनपद वाराणसी को शनिवार को 07 बजे चोपन से गिरफ्तार किया गया। जिनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई।
अभियुक्तों के पास से 1. ट्रक वाहन संख्या- यू०पी० 65 एचटी 6438 गिट्टी लदा हुआ। 2. ट्रक वाहन संख्या- यू०पी० 60 एटी 0854 गिट्टी लदा हुआ। 3. ट्रक वाहन संख्या- यू०पी० 65 केटी 0613 गिट्टी लदा हुआ। 4. ट्रक वाहन संख्या- यू०पी० 63 बीटी 3788 गिट्टी लदा हुआ। 5. नोकिया कम्पनी का कीपैड मोबाइल फोन-01 अदद और 6. महिन्द्रा एक्सयूवी कार संख्या यू०पी० 64 एक्यू 6606 की चाभी बरामद की गई है।
बताते चले कि जिले में खनन व परिवहन बड़े पैमाने पर होता है और बड़ी रकम कमाने के चक्कर में अवैध खनन व परिवहन का कार्य बड़े पैमाने पर होता है। जिसके लिए आरोपी अलग अलग तरह का हटकन्धा अपनाते रहते है। उसमें से एक मध्य प्रदेश राज्य से निर्गत की गई परमिट को गिट्टी परिवहन में लगाकर प्रति चक्कर 5 से 10 हज़ार की बचत करने के चक्कर में वाहन चालक परमिट एजेंट का सहारा लेते है। क्योंकि उत्तर प्रदेश में परमिट का रेट गिट्टी से भी ज्यादा होती है। इसलिए वाहन स्वामी या वाहन चालक मध्य प्रदेश की निर्गत परमिट का सहारा लेते है। हालांकि सोनभद्र पुलिस अधीक्षक द्वारा
अपराध एवं अपराधियों व अवैध खनिज के परिवहन पर प्रभावी अंकुश लगाये जाने के लिए चलाए जा रहे अभियान में चेकिंग के दौरान धर लिए जाते है। हा ये भी सच है कि धरे जाने का आंकड़ा बहुत कम होता है। बाकी वाहन लोकेशन के ज़रिए पार होने में कामयाब हो जाती है।
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