> नामांतरण घोटाला: विधायक के तीखे तेवरों के बावजूद कार्रवाई में देरी क्यों❓ शिवपुरी जिले में नामांतरण घोटाले को लेकर भाजपा विधायक देवेंद...
> नामांतरण घोटाला: विधायक के तीखे तेवरों के बावजूद कार्रवाई में देरी क्यों❓
शिवपुरी जिले में नामांतरण घोटाले को लेकर भाजपा विधायक देवेंद्र जैन ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने पूर्व एसडीएम उमेश कुमार कौरव पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, जिसमें सुरवाया क्षेत्र की 1500 बीघा सरकारी भूमि के फर्जी नामांतरण का मामला प्रमुख है। विधायक जैन ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रमुख सचिव से मुलाकात कर इस घोटाले की शिकायत की और उचित कार्रवाई की मांग की है।
इस मुद्दे पर विधायक जैन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नगर पालिका को 'नरक पालिका' की संज्ञा दी और कहा कि नगर पालिका, खनिज विभाग, राजस्व विभाग, खाद्य विभाग और पोषण आहार केंद्रों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो वे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
हालांकि, विधायक की शिकायत के बाद पूर्व एसडीएम उमेश कौरव को उनके पद से हटा दिया गया है, लेकिन उनके खिलाफ अब तक कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं किया गया है। विधायक जैन ने आरोप लगाया है कि ग्वालियर की एक फर्म, जिसने सुरवाया स्थित जमीन की फर्जी रजिस्ट्री कराई है, उन्हें धमका रही है। उन्होंने कहा कि वे किसी की धमकियों से नहीं डरते और एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई करवाकर रहेंगे।
यह मामला प्रशासनिक निष्क्रियता और भ्रष्टाचार के खिलाफ जनप्रतिनिधियों की लड़ाई का प्रतीक बन गया है। विधायक जैन की सक्रियता सराहनीय है, लेकिन यह भी दिखाता है कि सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने में कितनी बाधाएं हैं। यदि समय पर कठोर कदम नहीं उठाए गए, तो यह न केवल जनता के विश्वास को कमजोर करेगा, बल्कि शासन की पारदर्शिता पर भी प्रश्नचिह्न लगाएगा।
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